Home Loan Ki Process Kya Hai in Hindi

होम लोन के बारे में आपको जानकारी चाहिए तो मेरा आर्टिकल जरूर पढ़ें मैं इस आर्टिकल में आपको कोई भी बैंक या फाइनेंस से आप होम लोन लेना चाहते हो तो उसकी होम लोन की प्रोसेस क्या होती है और कौन कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए उसके बारे में जानकारी दूंगा ।

Home Loan Ki Process Kya Hai | कोई भी बेंक में होम लोन की प्रोसेस

होम लोन लेने के लिए पहले आपको कोई भी बैंक या फाइनेंस में जाकर जानकारी लेनी पड़ेगी और फिर बैंक में जाकर जानकारी लेने के बाद होम लोन की प्रोसेस शुरू होती है।

बैंक वाले आपके सभी डॉक्यूमेंट मंगवा कर आपको बैंक में जो बैंक का फॉर्म होता है उसमें साइन करवाएंगे फिर फॉर्म में साइन करने के बाद बैंक या फाइनेंस वाला आपकी सब डिटेल लेगा और फॉर्म में भरेगा।

बैंक में जाकर साइन करने के बाद आपकी लोन की प्रोसेस शुरू हो जाती है।

बैंक की प्रोसेस में बैंक वाले आपके घर पर और अगर आप बिजनेस करते हो तो बिजनेस पर और अगर आप जॉब करते हो वहां पर आपकी वेरिफिकेशन के लिए आएगे और आपके बारे में सब जानकारी लेंगे।

आपकी जानकारी लेने के बाद वह सारी जानकारी बैंक में देंगे फिर बैंक वाले आपकी जानकारी के बारे में जानकारी आपका लोन सेनसन करेंगे।

सेनसन यानी कि आपकी इनकम के हिसाब से आपकी लोन पास हो गई फिर आप को बैंक से या फाइनेंस से सेनसन लेटर मिलेगा।

सेनसन लेटर में आपकी इनकम के हिसाब से कितनी लोन हुई है कितना इंश्योरेंस है कितने साल की लोन हुई है कितना प्रॉपर्टी इंश्योरेंस आएगा और आपके लोन की प्रोसेस का कितना खर्च होगा वह सब जानकारी उसमें दी होगी।

होम लोन सेनसन होने के बाद लीगल और टेक्निकल के लिए बैंक या  फाइनेंस वाला आपके पास आप जो मकान खरीद रहे हो उस मकान के डॉक्यूमेंट मांगेगा।

मकान के डॉक्यूमेंट | होम लोन में क्या डॉक्यूमेंट होते है ।

  • ड्राफ सेल डीड – आप जो मकान खरीदने वाले हैं उस मकान का जो पहले मालिक है वह और आप दोनों मिलकर मकान का जो दस्तावेज बनवाने वाले हो उसकी कॉपी को ड्राफ सेल डीड कहते हैं ।
  • कंस्ट्रक्शन परमीशन( बांधकाम परवानगी) – आप जो मकान बनाने वाले हो उस मकान को बनाने की जो परवानगी देते हैं उस लेटर को कंस्ट्रक्शन परमिशन कहते हैं।
  • A. आर्डर – जो जमीन खेती लायक नहीं है और बिन खेती लायक होने का जिला पंचायत से जो लेटर पर देते हैं उसे N.A. ऑर्डर कहते हैं।
  • बिल्डिंग प्लान – हमारा मकान हम कैसा बनाने वाले है किस तरह किचन है किस तरह बेडरूम है वह सब जिस नक्शे में दिखाया जाता है उसे बिल्डिंग प्लान कहते हैं।
  • लेआउट प्लान – हमारा मकान जिस सोसाइटी में है वह सोसाइटी के सारे मकान का नक्शा जिसमें नंबर वाइज मकान होते हैं उसे बोलते हैं लेआउट प्लान।
  • पहले की सेल डीड जितनी है वह सब –  आप जो मकान खरीद रहे हो उस मकान के मालिक ने पहले जिससे पास से खरीदा हो वह सब दस्तावेज उसे पहले की सेल डीड बोलते हैं।
  • 7,12 के उतारा , हक पत्रक – आप जो मकान खरीद रहे हो उस मकान के जमीन के जो रिकॉर्ड हम सरकारी कचहरी से निकल वातें हैं उसे 7,12 के उतारा , हक पत्रक कहते हैं।

इन सब डॉक्यूमेंट की 2 कॉपी देनी पड़ती है लीगल और टेक्निकल के लिए।

होम लोन की प्रोसेस क्या है Home Loan Ki Process Kya Hai

लीगल के बारे में जानकारी
  • लीगल यानी कि आपके मकान के जो डॉक्यूमेंट है वह सही है या नहीं।
  • लीगल में वकील आपके मकान की सारी जानकारी निकलता है किसके पास से मकान बनाने के लिए जमीन ली गई है किसके नाम का A. आर्डर है।
  • अभी तक आपके मकान के कितने दस्तावेज हुए हैं वह सब डिटेल निकालकर लीगल रिपोर्ट बनाकर बैंक या फाइनेंस वाले को देते हैं इस प्रोसेस को लीगल कहते हैं।

टेक्निकल के बारे में जानकारी

  • टेक्निकल यानी कि आपका मकान जिस जगह पर है वह जगह सही है या नहीं।
  • टेक्निकल में बैंक या फाइनेंस में जो वैल्यूएशन वाला होता है वह आपके मकान पर आकर आपने जो डॉक्यूमेंट बिल्डिंग प्लान और लेआउट प्लान दिए है उसके हिसाब से चेक करेगा और बैंक या फाइनेंस को रिपोर्ट बनाकर भेजता है।
  • वैल्यूएशन वाला जो बैंक या फाइनेंस को रिपोर्ट भेजता है उसे टेक्निकल रिपोर्ट कहते हैं।

लीगल और टेक्निकल हो जाने के बाद बैंक या फाइनेंस वाला आपका एग्रीमेंट करवाएगा।

एग्रीमेंट क्या होता है | होम लोन एग्रीमेंट

  • एग्रीमेंट में बैंक या फाइनेंस के होम लोन के फॉर्मेट होते हैं।
  • फॉर्मेट में अगर आप लोन नहीं भरोगे तो बैंक आपका मकान सील कर सकता है और दूसरी कई जानकारियां होती है।
  • एग्रीमेंट में बैंक या फाइनेंस वाले आपके पास से चेक मंगवा ते हैं उस चेक से वह प्रोसेसिंग फी और ईसीएस करवाते हैं।
  • ईसीएस यानी कि आपका लोन का पैसा जिस बैंक से कटने वाला है उसकी प्रोसेस करते हैं।
  • और एग्रीमेंट करने के बाद बैंक या फाइनेंस वाले एग्रीमेंट जमा करके आपको लोन के चेक की कॉपी देंगे।
  • चेक की कॉपी लेने के बाद आपको आपके मकान का दस्तावेज करवाना पड़ता है और उस दस्तावेज में इस चेक के नंबर को लिखवाना पड़ता है।
  • दस्तावेज होने के बाद दस्तावेज बैंक या फाइनेंस में जमा करने के बाद आपको लोन का चेक मिल जाता है।
  • कोई भी बैंक या फाइनेंस में होम लोन की प्रोसेस ऐसे ही होती है।

और भी पढ़े: एसबीआई लोन की जानकारी

होम लोन के डॉक्यूमेंट

एप्लीकेंट के डोक्युमेंट होते है।

  • पान कार्ड
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • चेक
  • इनकम प्रूफ
  • 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट

को एप्लीकेंट के डोक्युमेंट होते है।

  • पान कार्ड
  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो

होम लोन मैं जिस की इनकम लेने वाले है उसको बोलते हैं एप्लीकेंट और जिसको हम उसके साथ में लेने वाले हैं उसको बोलते हैं को एप्लीकेंट।

होम लोन में बैंक वाले जिसकी इनकम लेने वाले हैं उसका पान कार्ड होना जरूरी है वरना उसकी इनकम नहीं ले सकते।

होम लोन में जिसकी इनकम नहीं लेने वाले और वह लोन में है तो उसका पैन कार्ड नहीं है तो चलता है।

होम लोन में जिसकी इनकम लेने वाले हैं उसका बैंक स्टेटमेंट और इनकम का कोई भी प्रूफ जरूरी है।

होम लोन की प्रोसेस के लिए आपके पास ऊपर बताए गए डॉक्यूमेंट है तो आप कोई भी बैंक या फाइनेंस में जाकर होम लोन की अप्लाई कर सकते हैं लेकिन उससे पहले आप जो कोई भी बैंक या फाइनेंस में जाए उस बैंक या फाइनेंस में कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए उसकी जानकारी अवश्य ले।

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